इस्लामाबाद. पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ और उनकी बेटी मरियम को शुक्रवार रात लाहौर एयरपोर्ट से गिरफ्तार कर रावलपिंडी ले जाया गया। यहां पहली रात दोनों को बी क्लास सुविधाओं वाली जेल में रखा गया। जेल में नवाज और मरियम को दूसरे कैदियों को पढ़ाने का काम सौंपा जा सकता है। इसी बीच, कानून मंत्रालय ने एक नोटिफिकेशन जारी कर कहा कि नवाज पर भ्रष्टाचार के दो और मामलों की सुनवाई अदियाला जेल में ही की जाएगी। ये सुनवाई इस्लामाबाद की जवाबदेही कोर्ट के जज मोहम्मद बशीर करेंगे।
पाकिस्तान के जेल नियमों के मुताबिक, क्लास बी में उन कैदियों को रखा जाता है, जिनका सामाजिक, शैक्षणिक और जीवन स्तर बाकी कैदियों से अच्छा होता है। कुछ आदतन अपराधियों को भी इसमें रखा जा सकता है। ए और बी क्लास जेलों में रहने वाले कैदियों को आमतौर पर जेल में मेहनत वाले काम नहीं करने होते। उन्हें क्लास सी के अनपढ़ कैदियों को पढ़ाना होता है।
अलग से उठाना पड़ता है टीवी-एसी का खर्चः क्लास ए और बी के कैदियों को आमतौर पर एक चारपाई, एक कुर्सी, एक टी-पॉट, एक अलमारी और बिजली ना होने पर एक लैंप भी दिया जाता है। कपड़े धोने के लिए उन्हें जरूरी सामान दिया जाता है। कैदियों को टेलीविजन, फ्रिज, एसी और अखबार की सुविधा पैसे चुकाने के बाद दी जा सकती है। हालांकि, इसके लिए जेल विभाग से अनुमति की जरूरत होती है। वहीं, क्लास ए के कैदियों को क्लास बी के कैदियों के मुकाबले जेल के अंदर ज्यादा आजादी मिलती है। उनके पास खानपान के ज्यादा विकल्प होते हैं। वे दाल, मीट, दूध, चाय, नमक और सब्जियों की ज्यादा मात्रा ले सकते हैं। क्लास बी के कैदियों के पास खानपान के मामले में ज्यादा आजादी नहीं होती
भ्रष्टाचार के मामले में मिली है सजाःशरीफ को लंदन के अवेनफील्ड स्थित 4 फ्लैट काली कमाई से खरीदने के मामले में सजा हुई है। उन्होंने ये फ्लैट 1993 में खरीदे थे। कोर्ट ने पिछले हफ्ते नवाज को 10 साल और मरियम को 7 साल की सजा सुनाई थी। सजा के एेलान के बाद शरीफ और उनकी बेटी मरियम ने कहा था कि वे सजा को चुनौती देने पाकिस्तान लौटेंगे। हालांकि, दोनों के लौटने से पहले ही उनकी गिरफ्तारी के आदेश दिए गए थे। उनके खिलाफ भ्रष्टाचार के दो और मामलों में फैसला आना बाकी है।